ड्यूटी पर तैनात सैनिक ने मोबाइल पर पिता के अंतिम दर्शन कर निभाया बेटे का फर्जराजेश गोस्वामी शाजापुर जिला ब्यूरो
अपना भारत देश जहां एक और कोरोना जेसीे भयंकर महामारी से लड़ रहा है, उसी लड़ाई में देश का हर पहरेदार उसका सामना कर जी जान से देश के प्रति समर्पित होकर अपनी सेवा दे रहा है व देश रक्षा के साथ-साथ अपने दूसरे फर्ज भी बखूबी निभा रहा है,
इसी का जीता जागता उदाहरण कालापीपल तहसील के तिलावद मैना में सोमवार के दिन देखने को मिला ,जहां ग्राम के एक वीर सैनिक द्वारा ड्यूटी पर उपस्थित रहकर देश के प्रति अपना फर्ज निभाने के साथ-साथ अपने पिता की मृत्यु पर मोबाइल फोन के जरिए ऑनलाइन आकर अपने पिता के अंतिम दर्शन कर अश्रुपूरित श्रद्धांजलि से अपने पुत्र होने का फर्ज भी निभाया गया,
ग्राम तिलावद के बद्री प्रसाद जी की मृत्यु बीमारी के कारण सोमवार को हो गई, वही उनके बेटे कमल वर्मा झारखंड के रांची शहर में सीआरपीएफ के जवान के रूप में देश के प्रति अपना फर्ज निभा रहे थे ,पिता की मृत्यु का समाचार सुनने पर उनके द्वारा मोबाइल पर अपनी उपस्थिति दर्ज कर पिता के अंतिम दर्शन किए गए व उनको अश्रुपूरित श्रद्धांजलि भी दी गई, क्षेत्र का पहला मामला था जब किसी वीर सैनिक के द्वारा देश व पिता का कर्ज साथ-साथ चुकाए गया हो ,कोरोना महामारी के कारण उनके पिता की अंतिम यात्रा में ग्राम के भूतपूर्व सैनिकों के साथ साथ कुछ ग्रामीण जन उपस्थित रहे।।
सीआरपीएफ जवान ने देश के साथ ही निभाया पुत्र होने का फर्ज